पोटेल (2024): एक्शन और ड्रामा का मिश्रण – मूवी रिव्यू
फिल्म का नाम: पोटेल
निर्देशक: साहित मोथखुरी
मुख्य कलाकार: युव चंद्रा कृष्णा, अनन्या नागल्ला, अजय
शैली: एक्शन, ड्रामा
रिलीज़ तिथि: 25 अक्टूबर, 2024
भाषा: तेलुगु
निर्माता: निशांक रेड्डी कुडिथी, सुरेश कुमार साडिगे
फिल्म की कहानी
पोटेल, एक ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित एक्शन-ड्रामा है जो तेलंगाना के गांवों की पारंपरिक संस्कृति और अंधविश्वासों को दर्शाता है। फिल्म की कहानी एक पिता गंगाधर के संघर्ष पर आधारित है, जो अपनी बेटी को अच्छी शिक्षा देना चाहता है। लेकिन गाँव के अंधविश्वासी लोग, और एक प्रभावशाली व्यक्ति, उसे ऐसा करने से रोकते हैं। कहानी इस संघर्ष को भावनात्मक और रोमांचक तरीके से प्रस्तुत करती है।
किरदारों का प्रदर्शन
- युव चंद्रा कृष्णा (गंगाधर): एक पिता की भूमिका में युव चंद्रा कृष्णा ने अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है। वह न केवल एक संवेदनशील पिता के रूप में उभरते हैं, बल्कि अपनी बेटी के भविष्य के लिए लड़ते हुए उनका संघर्ष बहुत ही प्रामाणिक लगता है।
- अनन्या नागल्ला: अनन्या ने गंगाधर की पत्नी की भूमिका निभाई है। उनके किरदार को सीमित स्क्रीन समय मिला है, लेकिन उन्होंने अपने अभिनय से हर दृश्य को खास बनाया है।
- अजय (गाँव का प्रभावशाली व्यक्ति): अजय ने गाँव के मुखिया का किरदार निभाया है जो अंधविश्वासों को बढ़ावा देता है। उनका अभिनय प्रभावी है और उन्होंने नकारात्मक किरदार को पूरी सच्चाई के साथ निभाया है।
निर्देशन और तकनीकी पक्ष
साहित मोथखुरी का निर्देशन प्रशंसनीय है। फिल्म के निर्देशन में उन्होंने ग्रामीण तेलंगाना की संस्कृति को बेहतरीन तरीके से पेश किया है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी मोनीश भूपति राजू द्वारा की गई है, जिसने गाँव की प्राकृतिक सुंदरता और ग्रामीण जीवन की जटिलताओं को बहुत अच्छी तरह से कैप्चर किया है।
शेखर चंद्रा के संगीत ने फिल्म की भावनात्मक गहराई को बढ़ाया है, जबकि कार्तिका श्रीनिवास के संपादन ने फिल्म को प्रवाहपूर्ण और जोशीला बनाया है। फिल्म के सेट और आर्ट डायरेक्शन ने ग्रामीण परिवेश को प्रामाणिक और जीवंत बना दिया है, जिससे फिल्म की कहानी और भी प्रभावी हो गई है।
फिल्म के मुख्य तत्व
तत्व | विवरण |
---|---|
कहानी | ग्रामीण तेलंगाना में एक पिता की संघर्षमयी कहानी |
निर्देशन | साहित मोथखुरी का सशक्त निर्देशन |
सिनेमेटोग्राफी | मोनीश भूपति राजू की ग्रामीण दृश्यों को सजीव करने वाली सिनेमेटोग्राफी |
संगीत | शेखर चंद्रा का भावपूर्ण संगीत |
प्रदर्शन | युव चंद्रा कृष्णा का उत्कृष्ट अभिनय |
खलनायक | अजय की प्रभावशाली और चुनौतीपूर्ण भूमिका |
निष्कर्ष
पोटेल एक ऐसी फिल्म है जो ग्रामीण भारत की समस्याओं और सामाजिक मुद्दों को उजागर करती है। इसमें एक्शन और ड्रामा के साथ एक संवेदनशील संदेश है जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है। फिल्म में पिता-बेटी के रिश्ते को बेहद भावनात्मक और प्रेरणादायक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

यदि आप एक ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जो सिर्फ मनोरंजन ही नहीं बल्कि एक सामाजिक संदेश भी देती है, तो पोटेल आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होगी। फिल्म की तकनीकी और कलाकारों की प्रस्तुति शानदार है, और यह निश्चित रूप से एक सफल रिलीज़ साबित हो सकती है।
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