प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने हाल ही में ‘स्कूल बैग’ को अपने चुनाव चिन्ह के रूप में चुना है। यह प्रतीक उनकी शिक्षा सुधार की प्रतिबद्धता और बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के एजेंडे को दर्शाता है। पार्टी का मानना है कि शिक्षा ही विकास की कुंजी है, और इस चुनाव चिन्ह के माध्यम से वे जनता के बीच एक मजबूत संदेश देना चाहते हैं कि उनका उद्देश्य एक नई, सशक्त शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना है।
‘स्कूल बैग’ चुनाव चिन्ह का महत्व
‘स्कूल बैग’ – एक प्रतीक जो न केवल शिक्षा बल्कि ज्ञान और भविष्य की संभावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। जन सुराज पार्टी ने इसे अपने चुनाव चिन्ह के रूप में अपनाया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनका प्राथमिक उद्देश्य राज्य में एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली की स्थापना करना है। इस प्रतीक के माध्यम से पार्टी बिहार में शिक्षा सुधार के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता और एक उज्ज्वल भविष्य का वादा कर रही है।

जन सुराज पार्टी का एजेंडा
पार्टी का मुख्य उद्देश्य बिहार में शिक्षा प्रणाली में सुधार करना है।प्रशांत किशोर ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को विश्वस्तरीय बनाने के लिए अगले दशक में 5 लाख करोड़ रुपये निवेश की आवश्यकता पर जोर दिया है। उनका मानना है कि शराबबंदी से होने वाले राजस्व नुकसान को शिक्षा सुधार की दिशा में मोड़ा जा सकता है।
पार्टी की संरचना और नेतृत्व
जन सुराज पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में मनोज भारती को नियुक्त किया गया है।मनोज भारती मधुबनी के निवासी हैं और नेतरहाट स्कूल, आईआईटी कानपुर से शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने विदेश सेवा में भी काम किया है और यूक्रेन, बेलारूस, तिमोर-लेस्ते और इंडोनेशिया में भारत के राजदूत रह चुके हैं।
आगामी योजनाएं
जन सुराज पार्टी ने घोषणा की है कि वे बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर आगामी चुनाव लड़ेंगे।पार्टी का मुख्य एजेंडा शिक्षा में सुधार, आर्थिक नीतियों में परिवर्तन और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है।
चुनाव चिन्ह का चयन प्रक्रिया
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर वर्तमान में 190 चुनाव चिन्ह उपलब्ध हैं, जिनमें से पार्टी ने ‘स्कूल बैग’ को चुना है। यह चयन पार्टी के शिक्षा सुधार के एजेंडे के साथ मेल खाता है और जनता के बीच एक सकारात्मक संदेश पहुंचाने का प्रयास है।
निष्कर्ष
स्कूल बैग‘ चुनाव चिन्ह के माध्यम से जन सुराज पार्टी ने शिक्षा सुधार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया है।आगामी चुनावों में पार्टी की सफलता इस एजेंडे को लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगी।
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