भोजपुरी सिनेमा में दिनेश लाल यादव का नाम बहुत बड़ा है। ‘निरहुआ’ के नाम से मशहूर इस अभिनेता ने अपने टैलेंट और मेहनत से भोजपुरी इंडस्ट्री के साथ-साथ पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई है। उनकी फैन फॉलोइंग इतनी जबरदस्त है कि उनके चाहने वालों की संख्या लाखों में है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सुपरस्टार खुद किसी का फैन है? जी हां, दिनेश लाल यादव बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री करिश्मा कपूर के बहुत बड़े फैन हैं और उनका यह फैनबॉय मोमेंट भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। इस जुनून के चलते उन्हें कई बार अपने पिताजी की डांट और पिटाई भी सहनी पड़ी।
करिश्मा कपूर के फैन होने का जुनून और पिटाई का किस्सा
दिनेश लाल यादव ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनका करिश्मा कपूर के प्रति फैनबॉय मोमेंट बचपन से ही है। वह करिश्मा कपूर की कोई भी फिल्म छोड़ना नहीं चाहते थे, चाहे इसके लिए उन्हें घर से भागना ही क्यों न पड़े। उन्होंने बताया कि उनकी दीवानगी इतनी थी कि वह करिश्मा की हर फिल्म का पहला शो जरूर देखते थे। यहां तक कि अगर वह NCC के कैंप में भी होते, तो वहां से भागकर फिल्म देखने पहुंच जाते थे। इस जुनून के कारण उनकी पिताजी से पिटाई होती थी।
उन्होंने ‘आप की अदालत’ में खुलासा किया कि कैसे वह घर की दीवारों पर करिश्मा कपूर की तस्वीरें चिपकाते थे और अपने कमरे को उनके पोस्टर्स से सजा देते थे। इस पर उनके पिताजी मजाक में कहते थे कि अब इन पोस्टर्स को भी अगरबत्ती दिखानी पड़ेगी। उनका कहना था, “पिताजी जब पूजा करते थे, तो धुआं मेरी दीवार की तरफ भी जाता था और वह कहते थे कि इन लोगों को भी अगरबत्ती दिखाऊं।” इस बात पर उन्हें खूब डांट पड़ती थी और कई बार पिटाई भी होती थी। मजाक में निरहुआ ने बताया कि अब तो आलम ये है कि जब वह सो जाते हैं, तो सपने में भी पिताजी उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर मारते हैं।
दिनेश लाल यादव के नाम ‘निरहुआ’ का सफर
दिनेश लाल यादव को लोग प्यार से ‘निरहुआ’ के नाम से बुलाते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि शुरू में उन्हें भी इस नाम से परेशानी होती थी। उन्हें लगता था कि उनका असली नाम दिनेश लाल है, फिर लोग उन्हें ‘निरहुआ’ क्यों बुलाते हैं। वह इस नाम से चिढ़ जाते थे।
एक बार जब वह एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तो उनकी सह-अभिनेत्री स्वाति बाजपेयी ने उन्हें समझाया कि लोग पहचान बनाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं, और उन्हें एक नाम मिल गया है, जो दर्शकों को पसंद भी है। स्वाति ने कहा, “लोग खुद का नाम बनाने के लिए सालों मेहनत करते हैं, तुम्हें तो फ्री में एक पहचान मिल रही है, इसे अपना लो।” बस उस दिन से दिनेश ने ‘निरहुआ’ को अपना लिया और आज यह नाम उनके फैंस के दिलों में बस चुका है।
दिनेश लाल यादव का फिल्मी सफर
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में दिनेश लाल यादव का सफर काफी प्रेरणादायक है। उन्होंने बहुत ही साधारण परिवार से आकर मेहनत के बल पर सफलता हासिल की है। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया है जहां उन्हें इंडस्ट्री का एक बड़ा स्टार माना जाता है। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में अभिनय किया है, जिनमें ‘निरहुआ हिंदुस्तानी’, ‘बॉर्डर’, ‘निरहुआ रिक्शावाला’ जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों ने भोजपुरी सिनेमा को एक नई दिशा दी और दर्शकों का भरपूर प्यार पाया।
मजाकिया अंदाज में ‘बंदर कितना भी बूढ़ा हो जाए…’
दिनेश लाल यादव ने अपने शरारती स्वभाव को भी लोगों के सामने बड़े मजाकिया अंदाज में पेश किया। उन्होंने कहा, “बंदर कितना भी बूढ़ा हो जाए, गुलाटी मारना नहीं छोड़ता।” इस मजाकिया अंदाज से उन्होंने अपनी शरारतों को दर्शाया और यह बात उनके फैंस के बीच एक लोकप्रिय डायलॉग बन गई।
करिश्मा कपूर के प्रति दीवानगी का अनोखा अंदाज
दिनेश लाल यादव का करिश्मा कपूर के प्रति दीवानगी इतनी थी कि वह उनके पोस्टर्स और तस्वीरों से अपने कमरे को सजा लेते थे। उनके अनुसार, “करिश्मा की कोई ऐसी फिल्म नहीं थी जो मैंने फर्स्ट शो में न देखी हो।” उनकी यह बात दर्शाती है कि करिश्मा कपूर के प्रति उनके मन में कितना प्यार और सम्मान है। यहां तक कि पिताजी के डांटने और मारने के बावजूद भी उनका यह जुनून कम नहीं हुआ और वह आज भी करिश्मा कपूर को बेहद पसंद करते हैं।
निरहुआ की पॉपुलैरिटी और फैन फॉलोइंग
आज दिनेश लाल यादव भोजपुरी सिनेमा के सबसे बड़े स्टार्स में से एक हैं। उनकी फैन फॉलोइंग बहुत तगड़ी है और उनके फैंस उनकी हर फिल्म का बेसब्री से इंतजार करते हैं। सोशल मीडिया पर भी निरहुआ की लोकप्रियता देखने को मिलती है, जहां उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल जिंदगी से जुड़ी हर खबर को उनके फैंस ध्यान से फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष
दिनेश लाल यादव की जिंदगी के इस किस्से से यह साफ है कि जब किसी को किसी चीज का शौक होता है, तो उसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकता है। उनका करिश्मा कपूर के प्रति जुनून और ‘निरहुआ’ नाम को अपनाने की कहानी उनकी पर्सनलिटी को और भी रंगीन बनाती है। उन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिन मेहनत की और आज वह भोजपुरी सिनेमा का एक चमकता हुआ सितारा हैं। दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ की यह कहानी दर्शाती है कि असली सफलता उन्हीं को मिलती है जो अपने जुनून के लिए कभी हार नहीं मानते।