kidney stone कैसे पहचानें? जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
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गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है जो तब होती है जब आपके गुर्दे में खनिज और लवण कण आपस में मिलकर कठोर पदार्थ बना लेते हैं। ये पथरी अलग-अलग आकार और आकार की हो सकती हैं और वे आपके मूत्र मार्ग में फंसकर दर्द और अन्य समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
किडनी में स्टोन का बनना आज के समय में एक आम समस्या बन गई है। गलत खानपान, पानी की कमी, और अनुचित जीवनशैली के कारण किडनी स्टोन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। किडनी स्टोन होने पर मरीज को काफी दर्द का सामना करना पड़ता है, और यदि इसे समय रहते ठीक नहीं किया गया तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि किडनी स्टोन के लक्षण क्या होते हैं, इसके बनने के कारण और इसे पहचानने के तरीके, ताकि इसे समय रहते पहचाना जा सके और उचित उपचार किया जा सके।
kidney stone क्या है?
किडनी स्टोन एक ठोस पदार्थ है जो कि मिनरल और नमक के कणों से बना होता है। यह स्टोन हमारे शरीर के किडनी, मूत्राशय, या मूत्रमार्ग में जमा हो सकते हैं। जब ये स्टोन छोटे होते हैं, तो वे पेशाब के जरिए निकल सकते हैं, लेकिन जब ये बड़े हो जाते हैं, तो ये मूत्र मार्ग को ब्लॉक कर देते हैं, जिससे अत्यधिक दर्द होता है।
kidney stone के प्रकार
किडनी स्टोन मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं:
- कैल्शियम स्टोन: यह सबसे सामान्य प्रकार का स्टोन है जो कैल्शियम और ऑक्सलेट के मिलन से बनता है।
- यूरिक एसिड स्टोन: यह स्टोन ज्यादातर उन्हीं लोगों में बनता है जो बहुत अधिक प्रोटीन का सेवन करते हैं।
- स्ट्रूवाइट स्टोन: यह स्टोन महिलाओं में मूत्र संक्रमण की वजह से बनते हैं।
- सिस्टीन स्टोन: यह दुर्लभ प्रकार का स्टोन है, जो कि अनुवांशिक कारणों से होता है।
किडनी स्टोन के लक्षण कैसे पहचानें?
किडनी स्टोन होने पर निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
1. तेज और असहनीय दर्द
किडनी स्टोन का सबसे सामान्य लक्षण तेज और असहनीय दर्द है, जो पेट या पीठ के निचले हिस्से में महसूस होता है। यह दर्द एक जगह से दूसरी जगह जा सकता है, जैसे कि पीठ से पेट के निचले हिस्से तक।
2. पेशाब में जलन और असहजता
किडनी स्टोन के कारण पेशाब करते समय जलन महसूस होती है। इसके अलावा पेशाब करने में असहजता महसूस होती है और बार-बार पेशाब आने की इच्छा होती है।
3. पेशाब का रंग बदलना
किडनी स्टोन होने पर पेशाब का रंग सामान्य से गहरा हो सकता है। कभी-कभी पेशाब में खून भी आ सकता है, जो कि एक गंभीर स्थिति का संकेत है।
4. जी मिचलाना और उल्टी आना
किडनी स्टोन होने पर पाचन तंत्र पर भी प्रभाव पड़ता है, जिससे मिचलाहट और उल्टी आने की संभावना होती है।
5. बुखार और ठंड लगना
किडनी स्टोन के कारण संक्रमण भी हो सकता है, जिससे बुखार और ठंड लगने की समस्या हो सकती है।
किडनी स्टोन बनने के कारण
किडनी स्टोन का निर्माण कई कारणों से हो सकता है। यहां कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:
1. पानी की कमी
कम पानी पीने से शरीर में तरलता की कमी होती है, जिससे पेशाब गाढ़ा हो जाता है और मिनरल्स आसानी से निकल नहीं पाते हैं। इससे स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है।
2. अधिक नमक और शक्कर का सेवन
अधिक नमक और शक्कर के सेवन से किडनी पर दबाव बढ़ता है। इससे किडनी में कैल्शियम का स्तर बढ़ता है और स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है।
3. हाई प्रोटीन डाइट
जिन लोगों का आहार ज्यादा प्रोटीन से भरपूर होता है, उनमें यूरिक एसिड स्टोन बनने की संभावना अधिक होती है। इससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, और स्टोन बनने लगते हैं।
5. वजन और मोटापा
अधिक वजन और मोटापा भी किडनी स्टोन का एक कारण हो सकता है। जब शरीर में फैट का स्तर अधिक हो जाता है, तो यह किडनी पर दबाव डालता है और स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है।
किडनी स्टोन की पहचान कैसे करें?
किडनी स्टोन की पहचान के लिए परीक्षण किए जा सकते हैं:
- अल्ट्रासाउंड: यह सबसे आम तरीका है जिससे किडनी स्टोन की स्थिति का पता चलता है।
- एक्स-रे: यह विधि स्टोन की सटीक स्थिति को जानने में मदद करती है।
- CT स्कैन: यह स्टोन का आकार और उसकी सटीक स्थिति की जानकारी देता है।
- ब्लड और यूरीन टेस्ट: इन परीक्षणों से यह पता चलता है कि किडनी में संक्रमण तो नहीं है और क्या कोई और समस्या है।
किडनी स्टोन से बचने के उपाय
किडनी स्टोन से बचने के लिए उपाय अपनाएं:
1.ज्यादा पानी पिए
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। इससे शरीर में तरलता बनी रहती है और स्टोन बनने का खतरा कम हो जाता है।
2. नमक और मीठे का मात्रा सही रखें
अधिक नमक और शक्कर का सेवन करने से बचें। यह किडनी पर दबाव डालता है और स्टोन बनने की संभावना को बढ़ाता है।
3. पोस्टिक भोजन करे
अपनी डाइट में फाइबर और हरी सब्जियां शामिल करें। कैल्शियम की अधिक मात्रा से बचें और अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन न करें।
4. दैनिक व्यायाम करे
नियमित व्यायाम से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है और किडनी पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता।
5. डॉक्टर के संपर्क में रहें
यदि आपके परिवार में किसी को किडनी स्टोन की समस्या है या आपको पहले कभी किडनी स्टोन हो चुके हैं, तो नियमित जांच कराते रहें। इससे आप समय रहते ही समस्या का पता लगा सकते हैं।
किडनी स्टोन का उपचार
किडनी स्टोन का उपचार इसके आकार और स्थिति पर निर्भर करता है। यदि स्टोन छोटा है, तो यह बिना किसी उपचार के भी बाहर आ सकता है। इसके लिए डॉक्टर कुछ दर्दनिवारक दवाएं और अधिक पानी पीने की सलाह देते हैं। लेकिन यदि स्टोन बड़ा है, तो इसे निकालने के लिए लेजर, सर्जरी, या ESWL जैसी तकनीकों का सहारा लिया जाता है।
निष्कर्ष
किडनी स्टोन की समस्या एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि समय रहते इसके लक्षणों को पहचाना जाए और उचित उपाय किए जाएं, तो इससे बचना संभव है। किडनी स्टोन से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार, और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है।