भारत में आज की क्रिप्टोकरेंसी कीमतें: बिटकॉइन, इथीरियम, डॉजकॉइन, लाइटकॉइन

परिचय: भारत में क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। बिटकॉइन, इथेरियम, डॉजकॉइन, लाइटकॉइन, और रिपल जैसी डिजिटल मुद्राएं निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं। CoinSwitch, Coinbase, WazirX, और CoinDCX जैसे एक्सचेंजों के माध्यम से भारतीय निवेशक आसानी से इन क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
आज की प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें (29 मई 2025)
नीचे दी गई तालिका में भारत में प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की आज की कीमतें दी गई हैं:
क्रिप्टोकरेंसी | CoinSwitch (INR) | Coinbase (INR) | CoinDCX (INR) |
---|---|---|---|
बिटकॉइन (BTC) | ₹79,80,736 | ₹79,85,000 | ₹79,78,500 |
इथेरियम (ETH) | ₹1,99,950 | ₹2,00,100 | ₹1,99,800 |
डॉजकॉइन (DOGE) | ₹22.48 | ₹22.50 | ₹22.45 |
लाइटकॉइन (LTC) | ₹8,273.16 | ₹8,280 | ₹8,270 |
रिपल (XRP) | ₹213.45 | ₹213.50 | ₹213.40 |
प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंजों की तुलना
भारत में प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंजों की तुलना: CoinSwitch, CoinDCX, WazirX और Coinbase
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, और इसके साथ ही विभिन्न क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता भी बढ़ रही है। इनमें से CoinSwitch, CoinDCX, WazirX और Coinbase प्रमुख हैं। नीचे इन एक्सचेंजों की तुलना की गई है, जिससे आप अपने निवेश के लिए उपयुक्त प्लेटफॉर्म का चयन कर सकें।
1. CoinDCX
- स्थापना वर्ष: 2018
- उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसी: 500+
- ट्रेडिंग फीस: Maker: 0.15%, Taker: 0.25%
- न्यूनतम निवेश: ₹100
- सुरक्षा: 2FA, एन्क्रिप्टेड डेटा, मल्टी-सिग कोल्ड वॉलेट्स, BitGo बीमा $100 मिलियन तक
- विशेषताएं:
- स्पॉट, मार्जिन और फ्यूचर्स ट्रेडिंग
- शिक्षण प्लेटफॉर्म DCX Learn
- UPI, IMPS के माध्यम से INR डिपॉजिट और विथड्रॉअल
- लाभ:
- विस्तृत क्रिप्टोकरेंसी विकल्प
- उन्नत ट्रेडिंग सुविधाएं
- मजबूत सुरक्षा उपाय
- कमियां:
- केवल INR को फिएट करेंसी के रूप में समर्थन
- उच्च विथड्रॉअल शुल्क
2. CoinSwitch
- स्थापना वर्ष: 2017
- उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसी: 170+
- ट्रेडिंग फीस: 0% से 0.49% (चयनित एक्सचेंज पर निर्भर)
- न्यूनतम निवेश: ₹100
- सुरक्षा: 2FA, कोल्ड वॉलेट स्टोरेज, FIU पंजीकृत
- विशेषताएं:
- उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस
- NEFT, RTGS, IMPS के माध्यम से INR लेन-देन
- लाभ:
- शुरुआती निवेशकों के लिए उपयुक्त
- कम ट्रेडिंग फीस
- कमियां:
- क्रिप्टो डिपॉजिट और विथड्रॉअल की सीमित सुविधा
- उन्नत ट्रेडिंग सुविधाओं की कमी
3. WazirX
- स्थापना वर्ष: 2018
- उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसी: 250+
- ट्रेडिंग फीस: 0.10% से 0.40% (30-दिन के ट्रेडिंग वॉल्यूम और WRX होल्डिंग्स पर निर्भर)
- न्यूनतम निवेश: ₹100
- सुरक्षा: 2FA, मल्टी-सिग वॉलेट्स, 95% कोल्ड स्टोरेज
- विशेषताएं:
- स्पॉट, फ्यूचर्स और मार्जिन ट्रेडिंग
- P2P ट्रेडिंग सुविधा
- UPI, NEFT, IMPS के माध्यम से INR लेन-देन
- लाभ:
- उपयोगकर्ता के अनुकूल प्लेटफॉर्म
- विस्तृत क्रिप्टोकरेंसी विकल्प
- कमियां:
- 2024 में हैकिंग की घटना, जिससे $234.9 मिलियन का नुकसान हुआ
- उच्च विथड्रॉअल शुल्क
4. Coinbase
- स्थापना वर्ष: 2012 (भारत में संचालन की शुरुआत 2022 में)
- उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसी: 100+
- ट्रेडिंग फीस: 0.5% से 1.5%
- सुरक्षा: 2FA, बीमा कवर, उन्नत सुरक्षा उपाय
- विशेषताएं:
- UPI के माध्यम से डिपॉजिट, NEFT के माध्यम से विथड्रॉअल
- उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस
- लाभ:
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त
- उच्च सुरक्षा मानक
- कमियां:
- उच्च ट्रेडिंग फीस
- सीमित क्रिप्टोकरेंसी विकल्प
निष्कर्ष
यदि आप एक शुरुआती निवेशक हैं और एक सरल इंटरफेस की तलाश में हैं, तो CoinSwitch आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। उन्नत ट्रेडिंग सुविधाओं और विस्तृत क्रिप्टोकरेंसी विकल्पों के लिए CoinDCX एक बेहतर विकल्प है। हालांकि WazirX का उपयोगकर्ता इंटरफेस सरल है, लेकिन 2024 की हैकिंग घटना के बाद इसकी सुरक्षा पर सवाल उठे हैं। Coinbase अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है, लेकिन इसकी उच्च ट्रेडिंग फीस और सीमित क्रिप्टोकरेंसी विकल्प कुछ निवेशकों के लिए बाधा हो सकते हैं।
अपने निवेश निर्णय से पहले, प्रत्येक प्लेटफॉर्म की सुविधाओं, फीस संरचना, और सुरक्षा उपायों की सावधानीपूर्वक समीक्षा करें। साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय संभावित जोखिमों को ध्यान में रखें और आवश्यकतानुसार वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
निवेशकों के लिए सुझाव

निवेशकों के लिए सुझाव: क्रिप्टोकरेंसी में समझदारी से निवेश कैसे करें
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय सतर्कता और समझदारी अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह बाजार अत्यधिक अस्थिर और जोखिमपूर्ण होता है। निम्नलिखित सुझावों का पालन करके आप अपने निवेश को सुरक्षित और लाभकारी बना सकते हैं:
1. सीमित निवेश करें
क्रिप्टोकरेंसी में अपने कुल निवेश पोर्टफोलियो का केवल 5% से 10% हिस्सा ही लगाएं। यह एक उच्च जोखिम वाला निवेश है, और विशेषज्ञों का सुझाव है कि इसमें उतना ही धन लगाएं, जिसकी हानि से आपकी वित्तीय स्थिति पर गंभीर प्रभाव न पड़े।
2. लंबी अवधि का दृष्टिकोण अपनाएं
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को कम से कम 3 से 5 वर्षों के लिए रखें। इससे आप बाजार की अस्थिरता से बच सकते हैं और संभावित लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
3. नियमित निवेश करें (SIP)
बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी में नियमित मासिक निवेश (SIP) करने से आप बाजार की अस्थिरता को संतुलित कर सकते हैं और औसत लागत को कम कर सकते हैं।
4. सुरक्षित प्लेटफॉर्म का चयन करें
केवल विश्वसनीय और सुरक्षित क्रिप्टो एक्सचेंजों जैसे CoinSwitch, CoinDCX, WazirX, या Coinbase का उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि प्लेटफॉर्म KYC और 2FA जैसी सुरक्षा सुविधाएं प्रदान करता है।
5. अपने वॉलेट की सुरक्षा सुनिश्चित करें
क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रखने के लिए हार्डवेयर वॉलेट या विश्वसनीय सॉफ्टवेयर वॉलेट का उपयोग करें। अपने वॉलेट की निजी कुंजी को सुरक्षित स्थान पर रखें और किसी के साथ साझा न करें।
6. धोखाधड़ी से सावधान रहें
क्रिप्टो निवेश के नाम पर धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि हो रही है। अज्ञात स्रोतों से निवेश के प्रस्तावों से सावधान रहें और किसी भी लिंक या ऐप पर क्लिक करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच करें।
7. नियमित लाभ बुक करें
यदि आपके निवेश में अच्छा लाभ हुआ है, तो समय-समय पर कुछ लाभ निकाल लें। यह रणनीति आपको संभावित बाजार गिरावट से बचा सकती है।
8. कर नियमों का पालन करें
भारत में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले लाभ पर 30% कर लागू होता है। अपने निवेश से होने वाले लाभ की सही रिपोर्टिंग करें और कर नियमों का पालन करें।
9. नवीनतम जानकारी प्राप्त करते रहें
क्रिप्टो बाजार तेजी से बदलता है। नवीनतम समाचार, विश्लेषण और विशेषज्ञों की राय से अपडेट रहें ताकि आप सूचित निर्णय ले सकें।
10. भावनात्मक निर्णयों से बचें
बाजार की तेजी या गिरावट के समय भावनात्मक निर्णय लेने से बचें। धैर्य रखें और अपने निवेश रणनीति पर कायम रहें।
इन सुझावों का पालन करके आप क्रिप्टोकरेंसी में सुरक्षित और समझदारी से निवेश कर सकते हैं। हमेशा याद रखें कि निवेश से पहले पर्याप्त शोध और विशेषज्ञों की सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।
निष्कर्ष
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से विकसित हो रहा है। बिटकॉइन, इथेरियम, डॉजकॉइन, लाइटकॉइन, और रिपल जैसी मुद्राएं निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन गई हैं। CoinSwitch, Coinbase, और CoinDCX जैसे एक्सचेंजों के माध्यम से निवेशक आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं। हालांकि, निवेश करने से पहले उचित शोध और सावधानी बरतना आवश्यक है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कराधान (Taxation) की व्यवस्था 1 अप्रैल 2022 से प्रभावी है, जिसे वित्त अधिनियम 2022 के तहत लागू किया गया था। इसके तहत क्रिप्टो परिसंपत्तियों को “वर्चुअल डिजिटल एसेट्स” (VDA) के रूप में परिभाषित किया गया है, और इन पर कराधान के विशेष नियम लागू होते हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कराधान: मुख्य बिंदु
1. 30% फ्लैट टैक्स
क्रिप्टो परिसंपत्तियों (जैसे बिटकॉइन, इथीरियम, एनएफटी आदि) की बिक्री, विनिमय या उपयोग से प्राप्त लाभ पर 30% की दर से कर लगाया जाता है। यह कर दर सभी प्रकार के लाभों पर समान रूप से लागू होती है, चाहे वे अल्पकालिक हों या दीर्घकालिक।
2. 1% टीडीएस (TDS)
1 जुलाई 2022 से, ₹10,000 (व्यक्तिगत निवेशकों के लिए) या ₹50,000 (व्यवसायों के लिए) से अधिक के क्रिप्टो लेन-देन पर 1% टीडीएस काटा जाता है। यह टीडीएस क्रिप्टो एक्सचेंज द्वारा काटा जाता है और आयकर विभाग को रिपोर्ट किया जाता है।
3. हानियों की समायोजन की अनुमति नहीं
क्रिप्टो लेन-देन से हुई हानियों को अन्य आय स्रोतों से समायोजित नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपने एक क्रिप्टो में हानि और दूसरे में लाभ कमाया है, तो हानि को लाभ से समायोजित नहीं किया जा सकता।
4. उपहार पर कर
यदि आपको क्रिप्टो परिसंपत्तियाँ उपहार में मिलती हैं और उनकी कुल मूल्य ₹50,000 से अधिक है, तो यह प्राप्तकर्ता के हाथ में कर योग्य होती है।
5. रिपोर्टिंग आवश्यकताएँ
आयकर रिटर्न (ITR) में क्रिप्टो लेन-देन की रिपोर्टिंग के लिए “Schedule VDA” नामक एक नया अनुभाग जोड़ा गया है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी क्रिप्टो लेन-देन पारदर्शिता के साथ रिपोर्ट किए जाएँ।
बजट 2025 में क्रिप्टोकरेंसी कराधान
वित्त वर्ष 2025-26 (आकलन वर्ष 2026-27) के लिए बजट 2025 में क्रिप्टोकरेंसी पर कराधान के नियमों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। 30% कर और 1% टीडीएस की दरें यथावत बनी हुई हैं। हालाँकि, रिपोर्टिंग और अनुपालन को सख्त करने के लिए कुछ प्रावधान जोड़े गए हैं।
क्रिप्टोकरेंसी कर का भुगतान कैसे करें?
- आय की गणना करें: क्रिप्टो परिसंपत्तियों की बिक्री, विनिमय या उपयोग से प्राप्त लाभ की गणना करें।
- 30% कर लागू करें: गणना किए गए लाभ पर 30% की दर से कर लागू करें।
- TDS की जानकारी प्राप्त करें: क्रिप्टो एक्सचेंज से TDS कटौती की जानकारी प्राप्त करें और उसे अपने आयकर रिटर्न में समायोजित करें।
- आयकर रिटर्न दाखिल करें: “Schedule VDA” अनुभाग में सभी क्रिप्टो लेन-देन की जानकारी प्रदान करें।
ध्यान देने योग्य बातें
- क्रिप्टो परिसंपत्तियों की खरीद पर कोई कर नहीं: केवल बिक्री, विनिमय या उपयोग से प्राप्त लाभ पर कर लागू होता है।
- वॉलेट ट्रांसफर पर कर नहीं: यदि आप अपनी क्रिप्टो परिसंपत्तियों को एक वॉलेट से दूसरे वॉलेट में स्थानांतरित करते हैं, तो उस पर कोई कर नहीं लगता।
- HODLing पर कर नहीं: यदि आप अपनी क्रिप्टो परिसंपत्तियों को केवल होल्ड करते हैं और कोई लेन-देन नहीं करते, तो उस पर कोई कर नहीं लगता।
निष्कर्ष
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कराधान की व्यवस्था स्पष्ट और सख्त है। 30% फ्लैट टैक्स और 1% टीडीएस के प्रावधानों के साथ, निवेशकों को अपने लेन-देन की सही रिपोर्टिंग और समय पर कर भुगतान सुनिश्चित करना चाहिए। अनुपालन में चूक से बचने के लिए, विशेषज्ञ सलाहकार की सहायता लेना और नवीनतम नियमों से अपडेट रहना आवश्यक है।
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